TERE ISHQ KI BADOLAT

हमें सांसें मिली है
जीने की तमन्ना
आज फिर से हुई है
यु तो गुज़र जाता था हर लम्हा
अब ज़िन्दगी खूबसूरत हो गई है
कबकी छोड़ दी थी ख्वाइश
बारिश आज फिर से हुई है
चाहत नहीं मुझे तेरे जहां की
मेरे जहां में तेरी आहट ही काफी है
महज़ तेरी परछाईओ से
मेरी ज़िन्दगी गुलज़ार हो गई है
तेरे इश्क़ की बदौलत
हमे साँसे मिली है
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